निरंतर चलता रहेगा। बाबा केदार का नाम।। निरंतर चलता रहेगा। बाबा केदार का नाम।।
जाल में अपने खुद फंस जाओ, हल ना कोई निकलने को जाल में अपने खुद फंस जाओ, हल ना कोई निकलने को
घर में घर में
मध्यांतर में मध्यांतर में
शीशे में शीशे में
क्या रिश्ता उससे मेरा है क्यूँ याद आती हर पल उसकी थम जाता दिल मेरा हैहर बातों में याद उसकी सुख दुःख ... क्या रिश्ता उससे मेरा है क्यूँ याद आती हर पल उसकी थम जाता दिल मेरा हैहर बातों मे...